स्प्रिंग से लटका हुआ द्रव्यमान, सरल लोलक तथा दोलनकारी परिपथ (
2.
स्थितिज ऊर्जा एवं गतिज ऊर्जा के पारस्परिक परिवर्तन का सबसे सुंदर उदाहरण सरल लोलक है।
3.
स्थितिज ऊर्जा एवं गतिज ऊर्जा के पारस्परिक परिवर्तन का सबसे सुंदर उदाहरण सरल लोलक है।
4.
स्थितिज ऊर्जा एवं गतिज ऊर्जा के पारस्परिक परिवर्तन का सबसे सुंदर उदाहरण सरल लोलक है।
5.
स्प्रिंग से लटका हुआ द्रव्यमान, सरल लोलक तथा दोलनकारी परिपथ (oscillating circuit) इसके कुछ उदाहरण हैं।
6.
उदाहरण-किसी सरल लोलक की गति, किसी घर्षणरहित क्षैतिज तल पर किसी स्प्रिंग से बंधे द्रव्यमान की गति आदि।
7.
किसी सरल लोलक (simple pendulem) के इधर-उधर होने की आवृत्ति (स्विंगिंग) लोलक की डोरी की लम्बाई के वर्गमूल के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
8.
उदाहरण-किसी स्प्रिंग से लटके द्रव्यमान की गति, किसी सरल लोलक की गति, किसी घर्षणरहित क्षैतिज तल पर किसी स्प्रिंग से बंधे द्रव्यमान की गति आदि।
9.
उदाहरण-किसी स्प्रिंग से लटके द्रव्यमान की गति, किसी सरल लोलक की गति, किसी घर्षणरहित क्षैतिज तल पर किसी स्प्रिंग से बंधे द्रव्यमान की गति आदि।
10.
पीसा के विशाल कैथेड्रल (चर्च) में झूलते झूमर को देख कर उन्हें ख्याल आया क्यों न इसका दोलन काल नापा जाए-उन्होंने अपनी नब्ज की धप-धप की मदद से यह कार्य किया-और इस प्रकार सरल लोलक का सिद्धांत बाहर आया-कि लोलक का आवर्त्तकाल उसके आयाम (